Live Breaking News & Updates on Aashaadh mass

Stay informed with the latest breaking news from Aashaadh mass on our comprehensive webpage. Get up-to-the-minute updates on local events, politics, business, entertainment, and more. Our dedicated team of journalists delivers timely and reliable news, ensuring you're always in the know. Discover firsthand accounts, expert analysis, and exclusive interviews, all in one convenient destination. Don't miss a beat — visit our webpage for real-time breaking news in Aashaadh mass and stay connected to the pulse of your community

Ashadha - जीवन में सकारात्मकता लाता है भगवान श्री हरि को प्रिय यह माह

Ashadha - जीवन में सकारात्मकता लाता है भगवान श्री हरि को प्रिय यह माह
livehindustan.com - get the latest breaking news, showbiz & celebrity photos, sport news & rumours, viral videos and top stories from livehindustan.com Daily Mail and Mail on Sunday newspapers.

Amla , Madhya-pradesh , India , Saptamia-suryadev , Karthik-shukla-ekadashi , Hari-vishnu , God-mr-hari , Aashaadh-mass , Shayani-ekadashi , God-jagannath , Guru-purnima

संकष्टी चतुर्थी की पूजा कैसे करें, जानिए सरल विधि, मुहूर्त और चंद्रोदय का समय

संकष्टी चतुर्थी की पूजा कैसे करें, जानिए सरल विधि, मुहूर्त और चंद्रोदय का समय
webdunia.com - get the latest breaking news, showbiz & celebrity photos, sport news & rumours, viral videos and top stories from webdunia.com Daily Mail and Mail on Sunday newspapers.

China , Sun-show , Guangxi , Chinese , Ganesh-chaturthi , A-ganesh-chaturthi , Kajree-teej , Bhadrapad-mass , Wrtdhari-mr-ganesh , God-mr-ganesh , His-ahvn

Shravan 2021 It Is Month Of Celebration And Know Significance Of Sawan

Shravan 2021 It Is Month Of Celebration And Know Significance Of Sawan
jagran.com - get the latest breaking news, showbiz & celebrity photos, sport news & rumours, viral videos and top stories from jagran.com Daily Mail and Mail on Sunday newspapers.

Mahadev , Jammu-and-kashmir , India , Rome , Lazio , Italy , Mandar , Maharashtra , Guardian-srihari-vishnu , Karthik-shukla-ekadashi , Bhagwati-parvati ,

Crops got life from the drizzle of Sawan - Uttar Pradesh Mahoba Local News

Crops got life from the drizzle of Sawan - Uttar Pradesh Mahoba Local News
jagran.com - get the latest breaking news, showbiz & celebrity photos, sport news & rumours, viral videos and top stories from jagran.com Daily Mail and Mail on Sunday newspapers.

Mahoba , Uttar-pradesh , India , Andel-smith , Aashaadh-mass , மஹோபா , உத்தர்-பிரதேஷ் , இந்தியா ,

सावन संकष्टी चतुर्थी का क्या है महत्व, जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, मंत्र, कथा


Sankashti Chaturthi 2021
 
धार्मिक शास्त्रों के अनुसार संकष्टी गणेश चतुर्थी हर माह आती हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार श्रावण मास में कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है। संकष्टी चतुर्थी का व्रत सूर्योदय से शुरू होता है और चंद्रमा उदय होने पर व्रत समाप्त किया जाता है। संकष्टी चतुर्थी पर श्री गणेश का पूजन किया जाता है।
इस वर्ष सावन मास की संकष्टी चतुर्थी का व्रत 27 जुलाई, मंगलवार के दिन रखा जाएगा। संकष्टी चतुर्थी का व्रत मंगलवार को पड़ने पर इसे अंगारकी चतुर्थी भी कहा जाता है। मान्यता के अनुसार अंगारकी चतुर्थी पर गणेश पूजन करने से मंगल दोष को भी समाप्त किया जा सकता है। साथ ही इस दिन श्रावण मास का पहला मंगलवार होने के कारण इस दिन मंगला गौरी के व्रत का भी विधान है। इन्हीं संयोग के कारण इस वर्ष सावन की संकष्टी चतुर्थी विषेश फल प्रदान करने वाली मानी जा रही है।
चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश जी ही हैं। ज्ञात हो कि संकष्टी चतुर्थी के दिन व्रतधारी श्री गणेश पूजन के बाद चंद्रमा को जल अर्पित करके उनका दर्शन करते हैं और चंद्रमा के दर्शन के बाद ही गणेश चतुर्थी व्रत को पूर्ण माना जाता है। संकष्टी चतुर्थी व्रत रखने से व्यक्ति के सभी संकट मिट जाते हैं और जीवन में धन, सुख और समृद्धि आती है। इसके बाद व्रतधारी पारण करके व्रत को पूर्ण करते है। इस दिन किए गए व्रत-उपवास और पूजा-पाठ से यश, वैभव, सुख-समृद्धि, धन, कीर्ति, ज्ञान और बुद्धि में अतुलनीय वृद्धि होती है। श्रीगणेश शीघ्र प्रसन्न होने वाले देवता हैं...। आइए जानते हैं संकष्टी गणेश चतुर्थी का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि...
इस दिन क्या करें, पढ़ें चतुर्थी पूजन विधि-
श्री गणेश चतुर्थी पर सुबह जल्दी उठें और स्नान के बाद सूर्य को जल चढ़ाएं।
इसके बाद घर के मंदिर में गणेश प्रतिमा को गंगा जल और शहद से स्वच्छ करें।
सिंदूर, दूर्वा, फूल, चावल, फल, जनेऊ, प्रसाद आदि चीजें एकत्रित करें।
धूप-दीप जलाएं।
'ॐ गं गणपते नमः मंत्र का जाप करते हुए पूजा करें। मंत्र जाप 108 बार करें।
गणेश जी के सामने व्रत करने का संकल्प लें और पूरे दिन अन्न ग्रहण न करें। व्रत में फलाहार, पानी, दूध, फलों का रस आदि चीजों का सेवन किया जा सकता है।
गणपति की स्‍थापना के बाद इस तरह पूजन करें-
- सबसे पहले घी का दीपक जलाएं। इसके बाद पूजा का संकल्‍प लें।
- फिर गणेश जी का ध्‍यान करने के बाद उनका आह्वन करें।
- इसके बाद गणेश को स्‍नान कराएं। सबसे पहले जल से, फिर पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद और चीनी का मिश्रण) और पुन: शुद्ध जल से स्‍नान कराएं।
- गणेश के मंत्र व चालीसा और स्तोत्र आदि का वाचन करें।
- अब गणेश जी को वस्‍त्र चढ़ाएं। अगर वस्‍त्र नहीं हैं तो आप उन्‍हें एक नाड़ा भी अर्पित कर सकते हैं।
- इसके बाद गणपति की प्रतिमा पर सिंदूर, चंदन, फूल और फूलों की माला अर्पित करें।
- अब बप्‍पा को मनमोहक सुगंध वाली धूप दिखाएं।
- अब एक दूसरा दीपक जलाकर गणपति की प्रतिमा को दिखाकर हाथ धो लें। हाथ पोंछने के लिए नए कपड़े का इस्‍तेमाल करें।
- अब नैवेद्य चढ़ाएं। नैवेद्य में मोदक, मिठाई, गुड़ और फल शामिल हैं।
- इसके बाद गणपति को नारियल और दक्षिण प्रदान करें।
- आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की शुभ चतुर्थी की कथा करें।
- अब अपने परिवार के साथ गणपति की आरती करें। गणेश जी की आरती कपूर के साथ घी में डूबी हुई एक या तीन या इससे अधिक बत्तियां बनाकर की जाती है।
- इसके बाद हाथों में फूल लेकर गणपति के चरणों में पुष्‍पांजलि अर्पित करें।
- अब गणपति की परिक्रमा करें। ध्‍यान रहे कि गणपति की परिक्रमा एक बार ही की जाती है।
- इसके बाद गणपति से किसी भी तरह की भूल-चूक के लिए माफी मांगें।
- पूजा के अंत में साष्टांग प्रणाम करें।
पूजा के बाद घर के आसपास जरूरतमंद लोगों को धन और अनाज का दान करें। गाय को रोटी या हरी घास दें। किसी गौशाला में धन का दान भी कर सकते हैं।
रात को चंद्रमा की पूजा और दर्शन करने के बाद व्रत खोलना चाहिए। (इस चतुर्थी पर चंद्रोदय रात्रि 9.48 पर होगा।)
भविष्य पुराण के अनुसार संकष्टी चतुर्थी की पूजा और व्रत करने से हर तरह के कष्ट दूर हो जाते हैं। गणेश पुराण के अनुसार इस व्रत के प्रभाव से सौभाग्य, समृद्धि और संतान सुख मिलता है। शाम को चंद्रमा निकलने से पहले गणपति जी की एक बार और पूजा करें और संकष्टी व्रत कथा का फिर से पाठ करें। अब व्रत का पारण करें।
श्रावण/ सावन की अंगारकी संकष्टी चतुर्थी के मुहूर्त
श्रावण/ सावन की अंगारकी संकष्टी चतुर्थी 27 जुलाई को शाम 03.54 मिनट से शुरू हो रही है तथा 28 जुलाई को दोपहर 02.16 मिनट तक जारी रहेगा।
श्रावण मास चतुर्थी कथा- ऋषिगण पूछते हैं कि हे स्कंद कुमार! दरिद्रता, शोक, कुष्ठ आदि से विकलांग, शत्रुओं से संतप्त, राज्य से निष्कासित राज, सदैव दुखी रहने वाले, धनहीन, समस्त उपद्रवों से पीड़ित, विद्याहीन, संतानहीन, घर से निष्कासित लोगों, रोगियों एवं अपने कल्याण की कामना करने वाले लोगों को क्या उपाय करना चाहिए जिससे उनका कल्याण हो और उनके उपरोक्त कष्टों का निवारण हो। यदि आप कोई उपाय जानते हो तो उसे बतलाइए।
स्वामी कार्तिकेय जी ने कहा- हे ऋषियों! आपने जो प्रश्न किया हैं, उसके निवारणार्थ मैं आप लोगों को एक शुभदायक फल बतलाता हूं, उसे सुनिए। इस व्रत के करने से पृथ्वी के समस्त प्राणी सभी संकटों से मुक्त हो जाते हैं। यह व्रतराज महापुण्यकारी एवं मानवों को सभी कार्यों में सफलता प्रदान करने वाला है। विशेषतया यदि इस व्रत को महिलाएं करें तो उन्हें संतान एवं सौभाग्य की वृद्धि होती है।
इस व्रत को धर्मराज युधिष्ठिर ने किया था। पूर्वकाल में राजच्युत होकर अपने भाइयों के साथ जब धर्मराज वन में चले गए थे, तो उस वनवास काल में भगवान श्रीकृष्ण ने उनसे कहा था। युधिष्ठिर ने भगवान कृष्ण से अपने कष्टों के शमनार्थ जो प्रश्न किया था, उस कथा को आप श्रवण कीजिए।
युधिष्ठिर पूछते हैं कि, हे पुरुषोत्तम! ऐसा कौनसा उपाय हैं जिससे हम वर्तमान संकटों से मुक्त हो सके। हे गदाधर! आप सर्वज्ञ हैं। हम लोगों को आगे अब किसी प्रकार का कष्ट न भुगतना पड़े, ऐसा उपाय बतलाइए।
स्कंदकुमार जी कहते है कि जब धैर्यवान युधिष्ठिर विनम्र भाव से हाथ जोड़कर, बारंबार अपने कष्टों के निवारण का उपाय पूछने लगे तो भगवान् श्रीकृष्ण ने कहा कि हे राजन! संपूर्ण कामनाओं को पूर्ण करने वाला एक बहुत बड़ा गुप्त व्रत हैं। हे युधिष्ठिर! इस व्रत के संबंध में मैंने आज तक किसी को नहीं बतलाया हैं।
हे राजन! प्राचीनकाल में सतयुग की बात हैं कि पर्वतराज हिमाचल की सुंदर कन्या पार्वती ने शंकर जी को पति रूप में प्राप्त करने के लिए गहन वन में जाकर कठोर तपस्या की। परंतु भगवान शिव प्रसन्न होकर प्रकट नहीं हुए तब शैलतनया पार्वती जी ने अनादि काल से विधमान गणेश जी का स्मरण किया। गणेश जी को उसी क्षण प्रकट देखकर पार्वती जी ने पूछा कि मैंने कठोर, दुर्लभ एवं लोमहर्षक तपस्या की, किंतु अपने प्रिय भगवान् शिव को प्राप्त न कर सकी। वह कष्ट विनाशक दिव्य व्रत जिसे नारद जी ने कहा है और जो आपका ही व्रत हैं, उस प्राचीन व्रत के तत्व को आप मुझसे कहिए। पार्वती जी की बात सुनकर तत्कालीन सिद्धि दाता गणेश जी उस कष्टनाशक, शुभदायक व्रत का प्रेम से वर्णन करने लगे।
गणेश जी ने कहा- हे अचलसुते! अत्यंत पुण्यकारी एवं समस्त कष्टनाशक व्रत को कीजिए। इसके करने से आपकी सभी आकांक्षाएं पूर्ण होगी और जो व्यक्ति इस व्रत को करेंगे उन्हें भी सफलता मिलेगी। श्रावण के कृष्ण चतुर्थी की रात्रि में चंद्रोदय होने पर पूजन करना चाहिए। उस दिन मन में संकल्प करें कि जब तक चंद्रोदय नहीं होगा, मैं निराहार रहूंगी। पहले गणेश पूजन कर ही भोजन करूंगी। मन में ऐसा निश्चय करना चाहिए। इसके बाद सफेद तिल के जल से स्नान करें। मेरा पूजन करें। यदि सामर्थ्य हो तो प्रतिमास स्वर्ण की मूर्ति का पूजन करें। (अभाव में चांदी, अष्ट धातु अथवा मिट्टी की मूर्ति की ही पूजा करें।) अपनी शक्ति के अनुसार सोने, चांदी, तांबे अथवा मिट्टी के कलश में जल भरकर उस पर गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करें।
मूर्ति कलश पर वस्त्राच्छादन करके अष्टदल कमल की आकृति बनाएं और उसी मूर्ति की स्थापना करें। तत्पश्चात षोडशोपचार विधि से भक्तिपूर्वक पूजन करें।
मूर्ति का ध्यान निम्न प्रकार से करें- हे लम्बोदर! चार भुजा वाले! तीन नेत्र वाले! लाल रंग वाले! हे नीलवर्ण वाले! शोभा के भंडार! प्रसन्न मुख वाले गणेश जी! मैं आपका ध्यान करता या करती हूं। हे गजानन! मैं आपका आवाहन करता या करती हूं। हे विघ्नराज! आपको प्रणाम करता हूं, यह आसन है।
हे लम्बोदर! यह आपके लिए पाद्य हैं। हे शंकरसुवन! यह आपके लिए अर्घ्य है। हे उमापुत्र! यह आपके स्नानार्थ जल हैं। हे व्रकतुंड! यह आपके लिए आचमनीय जल हैं। हे शूर्पकर्ण! यह आपके लिए वस्त्र हैं। हे सुशो‍भित! यह आपके लिए यज्ञोपवीत है। हे गणेश्वर! यह आपके लिए रोली चंदन है। हे विघ्नविनाशन! यह आपके लिए फूल हैं। हे विकट! यह आपके लिए धूपबत्ती है। हे वामन! यह आपके लिए दीपक है। हे सर्वदेव! यह आपके लिए लड्डू का नैवेद्य है। हे देव! यह आपके निमित फल हैं। हे विघ्नहर्ता! यह आपके निमित मेरा प्रणाम है। प्रणाम करने के बाद क्षमा प्रार्थना करें।
इस प्रकार षोडशोपचार रीति से पूजन करके नाना प्रकार के प्रसादों को बनाकर भगवान को भोग लगाएं। हे देवी! शुद्ध देशी घी में पंद्रह लड्डू बनाएं। सर्व प्रथम भगवान को लड्डू अर्पित करके उसमें से पांच ब्राह्मणों को दे दें। अपनों सामर्थ्य के अनुसार दक्षिण देकर चंद्रोदय होने पर भक्तिभाव से अर्घ्य देवें। तदनन्तर पांच लड्डू का स्वयं भोजन करें।
फिर हे देवी! तुम सब तिथियों में सर्वोत्तम हो, गणेश जी की परम प्रियतमा हो। हे चतुर्थी हमारे द्वारा प्रदत अर्ध्य को ग्रहण करों, तुम्हें प्रणाम हैं। निम्न प्रकार से चंद्रमा को अर्घ्य प्रदान करें- क्षीरसागर से उत्पन्न हे लक्ष्मी के भाई! हे निशाकर! रोहिणी सहित हे शशि! मेरे दिए हुए अर्घ्य को ग्रहण कीजिए। गणेश जी को इस प्रकार प्रणाम करें- हे लम्बोदर! आप संपूर्ण इच्छाओं को पूर्ण करने वाले हैं आपको प्रणाम हैं। हे समस्त विघ्नों के नाशक! आप मेरी अभिलाषाओं को पूर्ण करें। तत्पश्चात ब्राह्मण की प्रार्थना करें- हे दिव्जराज! आपको नमस्कार हैं, आप साक्षात देव स्वरूप हैं। गणेश जी प्रसन्नता के लिए हम आपको लड्डू समर्पित कर रहे हैं। आप हम दोनों का उद्धार करने के लिए दक्षिणा सहित इन पांच लड्डुओं को स्वीकार करें। हम आपको नमस्कार करते हैं। इसके बाद ब्राह्मण भोजन कराकर गणेश जी से प्रार्थना करें।
यदि इन सब कार्यों के करने को शक्ति न हो तो अपने भाई-बंधुओं के साथ दही एवं पूजन में निवेदित पदार्थ का भोजन करें। प्रार्थना करके प्रतिमा का विसर्जन करें और अपने गुरु को अन्न-वस्त्रादि एवं दक्षिणा के साथ मूर्ति दे देवें। इस प्रकार से विसर्जन करें- हे देवों में श्रेष्ठ! गणेश जी! आप अपने स्थान को प्रस्थान कीजिए एवं इस व्रत पूजा के फल को दीजिए।
हे सुमुखि! इस प्रकार जीवन भर गणेश चतुर्थी का व्रत करना चाहिए। यदि जन्म भर न कर सकें तो 21 वर्ष तक करें। यदि इतना करना भी संभव न हो तो एक वर्ष तक बारहों महीने के व्रत को करें। यदि इतना भी न कर सकें तो वर्ष के एक मास को अवश्य ही व्रत करें और श्रावण चतुर्थी को व्रत का उद्यापन करें।
ALSO READ:
सम्बंधित जानकारी

Shashi , Hubei , China , Thimphu , Bhutan , Dharma , India-general- , India , Rohini , West-bengal , Sun-show , Guangxi

Pleasant weather in Jabalpur

Pleasant weather in Jabalpur
naidunia.com - get the latest breaking news, showbiz & celebrity photos, sport news & rumours, viral videos and top stories from naidunia.com Daily Mail and Mail on Sunday newspapers.

Madhya-pradesh , India , Jabalpur , Aashaadh-mass , West-rajasthan , மத்யா-பிரதேஷ் , இந்தியா , ஜபல்பூர் , மேற்கு-ராஜஸ்தான் ,

Sawan Somvaar Puja 2021 : Know importance diet and complete routine from morning to night for fasting of Sawan Monday

Sawan Somvaar Puja 2021 : Know importance diet and complete routine from morning to night for fasting of Sawan Monday
naidunia.com - get the latest breaking news, showbiz & celebrity photos, sport news & rumours, viral videos and top stories from naidunia.com Daily Mail and Mail on Sunday newspapers.

Raksha-bandhan , Shayani-ekadashi , Month-god-shiva , God-shiva , Month-shravan-mass , Jun-or-july , Aashaadh-mass , Shravan-mass , Shravan-month , Sawan-monday , Shravan-mass-start

Guru Purnima 2021 Date in India: Guru Purnima 24 July Rahukal Start 9AM do not worship on these muhurat - Astrology in Hindi - Guru Purnima 2021: आज गुरु पूर्णिमा के दिन सुबह 09 बजे से लगेगा राहुकाल, इन 5 मुहूर्त में भूलकर भी न करें पूजा-पाठ


हिंदी न्यूज़   ›   धर्म  â€º  Guru Purnima 2021: आज गुरु पूर्णिमा के दिन सुबह 09 बजे से लगेगा राहुकाल, इन 5 मुहूर्त में भूलकर भी न करें पूजा-पाठ
Guru Purnima 2021: आज गुरु पूर्णिमा के दिन सुबह 09 बजे से लगेगा राहुकाल, इन 5 मुहूर्त में भूलकर भी न करें पूजा-पाठ
लाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीPublished By: Saumya Tiwari
Sat, 24 Jul 2021 05:48 AM
आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाते हैं। इस खास मौके पर शिष् अपने गुरुओं की पूजा-अर्चना करते हैं। गुरु पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा भी कहा जाता है। आषाढ़ मास की पूर्णिमा के दिन ही महर्षि वेद व्यास जी का जन्म हुआ था। हिंदू धर्म में कुल पुराणों की संख्या 18 है। इन सभी के रचयिता महर्षि वेदव्यास हैं। इस साल गुरु पूर्णिमा 24 जुलाई, यानी आज दिन शनिवार को मनाई जा रही है। 
24 जुलाई को कितने बजे तक रहेगी गुरु पूर्णिमा-
हिंदू पंचांग के अनुसार, आषाढ़ मास की पूर्णिमा 23 जुलाई की सुबह 10 बजकर 43 मिनट से शुरू हो गई थी, जो कि 24 जुलाई को सुबह 08 बजकर 06 मिनट तक रहेगी। उदयातिथि में मनाए जाने के कारण गुरु पूर्णिमा 24 जुलाई को है।
गुरु पूर्णिमा को इन मुहूर्त में ना करें पूजा-
राहुकाल- सुबह 09 बजे से 10 बजकर 30 मिनट तक। 
यमगंड- दोपहर 01 बजकर 30 मिनट से 03 बजे तक। 
गुलिक काल- सुबह 06 बजे से 07 बजकर 30 मिनट तक गुलिक काल। 
दुर्मुहूर्त काल- सुबह 05 बजकर 38 मिनट से 06 बजकर 33 मिनट तक। इसके बाद 06 बजकर 33 म‍िनट से 07 बजकर 27 म‍िनट तक। 
वर्ज्य काल- शाम 04 बजकर 27 मिनट से 05 बजकर 57 मिनट तक।
गुरु पूर्णिमा पर करें भगवान विष्णु की अराधना-
इस दिन गुरु की पूजा की जाती है। इसके साथ ही आषाढ़ पूर्णिमा का व्रत रखने के साथ ही भक्त भगवान विष्णु की अराधना करते हैं और सत्यनारायण कथा का पाठ या श्रवण करते हैं। पूर्णिमा तिथि के दिन दान, तप और जप का विशेष महत्व होता है।
इस आर्टिकल को शेयर करें
अगला लेख
अगला लेख

Purnima-july , Guru-purnima , Aashaadh-mass , Shish-her , Maharishi-veda , Creator-maharishi , Guru-purnima-july , குரு-பூர்ணிமா ,

Guru Purnima 2021 Wishes in Hindi: Send Happy Guru Purnima to your loved ones with these beautiful and best messages - Astrology in Hindi - Guru Purnima 2021 Wishes: इन खूबसूरत और बेस्ट संदेशों से अपनों को भेजें गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं


हिंदी न्यूज़   ›   धर्म  â€º  Guru Purnima 2021 Wishes: इन खूबसूरत और खास संदेशों से अपनों को भेजें गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं
Guru Purnima 2021 Wishes: इन खूबसूरत और खास संदेशों से अपनों को भेजें गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं
लाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीPublished By: Saumya Tiwari
Sat, 24 Jul 2021 07:41 AM
Your browser does not support the audio element.
भारत में सभी त्योहारों को धूमधाम के साथ मनाया जाता है। उनमें से एक त्योहार गुरु पूर्णिमा भी है। इस साल गुरु पूर्णिमा आज, 24 जुलाई को है। गुरु पूर्णिमा को आषाढ़ पूर्णिमा भी कहा जाता है। शास्त्रों के अनुसार, आषाढ़ मास की पूर्णिमा को ही प्रथम गुरु माने गए महर्षि वेद व्यास जी का जन्म हुआ था। ऐसा माना जाता है कि वेद व्यास जी ने पहली बार मानव जातिक को चारों वेदों का ज्ञान दिया था। ऐसे में इस दिन लोग पूजा-पाठ करने के साथ ही अपने गुरु महाराज का आशीर्वाद लेते हैं। इसके अलावा अपने गुरुजनों को बधाई संदेश के जरिए गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं देते हैं। आप भी अपने गुरु को इन खूबसूरत संदेशों को भेजकर गुरु पूर्णिमा की दे सकते हैं बधाई-
1. गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः।
गुरुरेव परंब्रह्म तस्मै श्रीगुरवे नमः।
गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं!
2. सब धरती कागज करूं,
लिखनी सब बनराय।
सात समुद्र की मसि करूं,
गुरु गुण लिखा न जाय।
गुरु पुर्णिमा की शुभकामनाएं
3. जिसके प्रति मन में सम्मान होता है
जिसकी डांट में भी एक अद्भुत ज्ञान होता है,
जन्म देता है कई महान शख्सियतों को,
वो गुरु तो सबसे महान होता है।
4. वक़्त भी सिखाता है और गुरु भी,
पर दोनों में अंतर सिर्फ इतना ही है
कि गुरु सिखाने के बाद इम्तेहान लेता है
और वक़्त इम्तिहान लेकर सिखाता है।
गुरु पुर्णिमा की शुभकामनाएं।
5. शांति का पढ़ाया पाठ,
अज्ञानता का मिटाया अंधकार,
गुरु ने सिखाया हमें,
नफरत पर विजय है प्यार
गुरु पुर्णिमा की बधाई।
6. अक्षर ज्ञान ही नहीं,
गुरु ने सिखाया जीवन ज्ञान,
गुरुमंत्र को कर आत्मसात
हो जाओ भवसागर से पार।
गुरु पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं
इस आर्टिकल को शेयर करें
अगला लेख
अगला लेख

India , Guru-purnima , Aashaadh-mass , Maharishi-veda , Her-thursday , Furthermore-her , Thursday-properties , Thursday-purnima , இந்தியா , குரு-பூர்ணிமா , அவள்-வியாழன்

Shilpa Shetty Raj Kundra | Dainik Bhaskar News Headlines; Shilpa Shetty interrogation in porn case India defeat in third ODI | लोकसभा में सरकार के जवाब से वैक्सीन की कमी का खुलासा, पोर्न केस में शिल्पा शेट्टी से 6 घंटे पूछताछ, श्रीलंका ने तीसरे वनडे में भारत को 3 विकेट से हराया


नमस्कार,
आज शुक्रवार है, तारीख 24 जुलाई 2021; आषाढ़ मास, शुक्ल पक्ष और पूर्णिमा तिथि
सबसे पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर होगी नजर
1. ओलिंपिक में 11 इवेंट में मेडल का फैसला होगा। इनमें से 4 इवेंट में भारतीय खिलाड़ी भी दावेदार हैं।
2. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आषाढ़-पूर्णिमा-धम्म चक्र दिवस के कार्यक्रम में अपना संदेश देंगे।
3. गृह मंत्री अमित शाह दो दिन के मेघालय दौरे पर जाएंगे। नॉर्थ-ईस्ट डेवलपमेंट से जुड़े दो मंत्री भी उनके साथ रहेंगे।
अब कल की प्रमुख खबरें, जो आपको अपडेट रखेंगी
1. वैक्सीन की कमी पर सरकार का कबूलनामा
कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के लोकसभा में पूछे गए सवालों का सरकार ने लिखित में जवाब दिया है। इससे वैक्सीन की कमी का खुलासा भी हुआ है, क्योंकि सरकार ने अपने जवाब में कहा है कि अगस्त से दिसंबर तक वैक्सीन के 135 करोड़ डोज ही उपलब्ध हो पाएंगे। इससे पहले मई में कहा गया था कि 215 करोड़ डोज उपलब्ध हो जाएंगे।
2. पोर्न मामले में शिल्पा शेट्टी को पता थे कुंद्रा के राज
पोर्न मूवीज मामले में मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी से उनके घर पर ही करीब 6 घंटे तक पूछताछ की है। पुलिस शिल्पा के पति और इस मामले के मुख्य आरोपी राज कुंद्रा को भी साथ ले गई थी। पुलिस ने शिल्पा से क्या सवाल किए, यह तो पता नहीं चल पाया है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि शिल्पा को कुंद्रा के एडल्ट ऐप और कंटेंट की पूरी जानकारी थी।
3. श्रीलंका ने तीसरे वनडे में भारत को 3 विकेट से हराया
श्रीलंका ने भारत को आखिरी वनडे में 3 विकेट से हरा दिया। 227 रन के टारगेट को श्रीलंकाई टीम ने 39वें ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया। टीम इंडिया को 68 रन बनाने में 7 विकेट गंवाना भारी पड़ा। इसकी वजह से टीम 43.1 ओवर में 225 रन पर ऑल-आउट हो गई थी। हालांकि 2 मैच जीतकर भारत ने सीरीज पर कब्जा पहले ही कर लिया था।
4. कोरोना के चलते ओलिंपिक का उद्घाटन फीका रहा
कोरोना के बीच टोक्यो में ओलिंपिक गेम्स शुरू हो गए हैं। आम तौर पर ओपनिंग सेरेमनी और खिलाड़ियों का मार्च पास्ट ओलिंपिक के आकर्षण होते हैं, लेकिन इस बार कोरोना के चलते सिर्फ 1000 खिलाड़ी और अधिकारी ही इस कार्यक्रम में मौजूद रहे। स्टेडियम में दर्शक नहीं थे। बल्कि दुनियाभर के करीब 350 करोड़ लोगों ने टीवी पर या ऑनलाइन ही ओपनिंग सेरेमनी देखी।
5. सिद्धू-अमरिंदर की मुलाकात हुई, लेकिन बात नहीं
पंजाब कांग्रेस के नए अध्यक्ष के तौर पर आखिरकार नवजोत सिंह सिद्धू की ताजपोशी हो ही गई। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी इसमें शामिल हुए। यहां सिद्धू और अमरिंदर की कुर्सी अगल-बगल ही थी, लेकिन डेढ़ घंटे के कार्यक्रम में दोनों के बीच बात होना या हाथ मिलना तो दूर बल्कि नजरें तक नहीं मिलीं। कैप्टन ने तो बीच-बीच में सिद्धू की तरफ देखा भी, लेकिन सिद्धू ने नजरें नहीं घुमाईं।
6. तृणमूल ने ममता को चुना पार्लियामेंट्री बोर्ड का अध्यक्ष
तृणमूल कांग्रेस ने ममता बनर्जी को पार्लियामेंट्री बोर्ड का अध्यक्ष चुन लिया है। वैसे तो कोई भी दल अपने वरिष्ठ सांसद को पार्लियामेंट्री बोर्ड का अध्यक्ष चुनता है, लेकिन ममता सांसद न होते हुए भी चुन ली गईं। हालांकि, ये पार्टी का अंदरूनी मामला होता है और नियमों से इसका कोई लेना-देना नहीं होता, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनावों को देखते हुए इसे ममता की बड़ी रणनीति माना जा रहा है।
7. रिलायंस को 12,273 करोड़ का तिमाही मुनाफा
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने जून तिमाही के नतीजे घोषित कर दिए हैं। कंपनी को इस दौरान 12,273 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ है। यह जून 2020 के मुकाबले करीब 7% कम है। हालांकि कंपनी का रेवेन्यू पिछले साल की जून तिमाही के मुकाबले 58.2% बढ़कर 1.44 लाख करोड़ रुपए रहा है। इसमें रिलायंस रिटेल और टेलिकॉम फर्म जियो की बड़ी हिस्सेदारी रही है।
8. महाराष्ट्र में भारी बारिश से हादसे, 57 लोगों की मौत
महाराष्ट्र में भारी बारिश के चलते शुक्रवार को हुए हादसों में 57 लोगों की मौत हो गई। रायगढ़ और सतारा में लैंडस्लाइड की वजह से 44 लोगों की जान चली गई। वहीं रत्नागिरी जिले के चिपलून में अपरांत हॉस्पिटल में बाढ़ का पानी घुसने से 8 मरीजों की जान चली गई। ये सभी ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे। उधर मुंबई से सटे गोवंडी में इमारत के गिरने से 4 लोगों की मौत हो गई।
कुछ अहम खबरें, सिर्फ हेडलाइन में
1. मंत्री के हाथ से पर्चा छीनने वाले TMC सांसद पूरे मानसून सत्र के लिए निलंबित, संसद में लगातार चौथे दिन हंगामा
2. राहुल गांधी बोले- मेरा फोन टेप हुआ, सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच करवाई जाए; गृह मंत्री इस्तीफा दें
3. राजस्थान में 2 अगस्त से नहीं खुलेंगे स्कूल, शिक्षा मंत्री के फैसले को CM ने बदला, 5 मंत्रियों की कमेटी तय करेगी तारीख
आज के दिन इतिहास में क्या हुआ था
1991 में तत्कालीन वित्त मंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने आज ही के दिन संसद में अपना पहला बजट पेश किया था। भारत के इतिहास में इस बजट को गेमचेंजर कहा जाता है। मनमोहन सिंह ने इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट पॉलिसी में बदलाव कर भारतीय अर्थव्यवस्था को दुनिया के लिए खोल दिया। इसी बजट की बदौलत भारत की अर्थव्यवस्था ने गति पकड़ी थी और देश में आर्थिक सुधारों को आगे बढ़ाने का खाका तैयार हुआ।
और अब आज का विचार
आदर्शवादी होना वाकई अच्छा है, लेकिन इसके लिए तैयार रहें कि लोग आपको गलत समझेंगे। आप किसी बड़े विजन पर काम कर रहे हैं तो पागल कहे जाएंगे, भले ही आप सही क्यों न हों। - मार्क जुकरबर्ग
आपका दिन शुभ हो, कल फिर मिलेंगे...
खबरें और भी हैं...

Tokyo , Japan , Mumbai , Maharashtra , India , Ratnagiri , Orissa , Satara , Sri-lanka , Manmohan-singh , Shilpa-shetty , Raj-kundra