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चंडीगढ़। यूटी के सलाहकार धर्मपाल ने पद संभालने के बाद सभी विभागों से ऐसे कार्यों की सूची मांगी, जिन्हें 100 दिनों में पूरा किया जा सके। प्रशासन के पास 16 विभागों से करीब 32 कार्यों की सूची पहुंची, लेकिन इनमें एक भी नया कार्य नहीं है। इन सब पर पिछले कई साल से काम चल रहा था।
इंटेलीजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम, सार्वजनिक बाइक शेयरिंग सिस्टम, स्कूलों का निर्माण, भूमि रिकार्ड्स का डिजिटिलाइजेशन, एयर प्यूरीफायर, 40 इलेक्ट्रिक बस समेत लगभग सभी परियोजनाएं ऐसी हैं, जिन पर कई साल से काम चल रहा है। विभागों के 100 दिन की कार्ययोजना में किसी नई परियोजना का जिक्र नहीं है।
इन योजनाओं पर सलाहकार धर्मपाल का कहना है कि विभागों ने खुद लिखकर दिया है कि वह इन कामों को 100 दिन में पूरा कर लेंगे, इसलिए ये काम रुकेंगे नहीं। कुछ काम ऐसे हैं, जो पिछले कुछ समय से चल रहे हैं लेकिन अब पूरा होने की कगार पर हैं। कोरोना की वजह से भी काम में देरी हुई है।
इन योजनाओं को पूरा करने का दावा
1. पुनर्नवीनीकरण जल वितरण नेटवर्क के लिए स्काडा सेंटर (4.78 करोड़)
2. भूमिगत उपयोगिता मानचित्रण (5.98 करोड़)
3. सार्वजनिक बाइक शेयरिंग सिस्टम (20 करोड़)
4. मैटीरियल रिकवरी फैसिलिटी और कचरा स्थानांतरण स्टेशनों का निर्माण (13.39 करोड़)
5. ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए स्काडा का प्रावधान (6.38 करोड़)
6. भूमि अभिलेखों का अपग्रेडेशन और डिजिटिलीकरण
7. जीएमएसएसएस-रायपुर कलां, जीएमएसएसएस-मलोया, जीएमएचएस-मक्खनमाजरा, जीएमएचएस-12 होंगे शुरू
8. गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक फॉर वुमन में नया कैंटीन ब्लॉक (5 करोड़)
9. धनास में प्राइमरी स्कूल (4.07 करोड़)
10. रायपुर कलां और रायपुर कलां फेज-3 में सरकारी हाई स्कूल (22.80 करोड़)
11. सेक्टर-20, 21, 30बी, 35, 38 और मौलीजागरां में सामुदायिक केंद्र का निर्माण (13.28 करोड़)
12. सिटी फॉरेस्ट के वन नगर में बर्ड पार्क का निर्माण
13. जीएमसीएच-32 में नई ऑक्सीजन पाइपलाइन बिछाई जाएगी और 800-1000 क्षमता के 2 पीएसए संयंत्र की स्थापना।
14. सेक्टर-48 के अस्पताल में अतिरिक्त बेड की व्यवस्था
15. आईसीयू का विस्तार
16. जीएमएसएच-16, सिविल अस्पताल-45 और सिविल अस्पताल-मनीमाजरा में ईटीपी प्लांट का निर्माण
17. तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए सिविल अस्पताल-45 में 12 बिस्तर के आईसीयू के साथ कोविड बाल चिकित्सा अस्पताल की व्यवस्था
18. भारत सरकार के दिशा-निर्देशों और वेब कंटेंट एक्सेसिबिलिटी गाइडलाइंस 2.0 के अनुसार दिव्यांगों के लिए भी इस्तेमाल करने लायक चंडीगढ़ प्रशासक के वेबसाइट का निर्माण
19. सीटीयू के लिए एकीकृत परिवहन प्रबंधन का विकास और एकीकरण
20. सेक्टर-39 के वाटर वर्क्स में 66/11 केवी सब स्टेशन का डिजाइन, आपूर्ति और निर्माण (11.24 करोड़)
21. वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए ट्रांसपोर्ट चौक पर 24 मीटर ऊंचाई वाले पहले ओपन एयर प्यूरीफायर की स्थापना
22. वायु गुणवत्ता डेटा की रीयल-टाइम निगरानी के लिए सेक्टर-22 और 53 में वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशन की स्थापना
23. एसटीए कार्यालय के रिकॉर्ड रूम में व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस (वीएलटीडी) की स्थापना
24. इंटेलीजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम (आईटीएस) की शुरुआत (37 करोड़)
25. 40 इलेक्ट्रिक बसों की शुरुआत (10 साल के लिए 150 करोड़)
26. एम. आर्क बिल्डिंग ब्लॉक का निर्माण कार्य पूरा करना (3.50 करोड़)
27. रेस्को मॉडल के तहत सेक्टर-39 वाटर वर्क्स में 1000 केडब्ल्यूपी
28. मॉडल जेल-51 में 200 क्यूबिक मीटर प्रतिदिन की क्षमता वाला बायो गैस प्लांट
29. किफायती किराया आवासीय योजना के तहत खाली पड़े मकानों का आवंटन
30. खाली पड़ी संपत्तियों की नीलामी
31. सीएचबी केबी ब्लाक का निर्माण कार्य पूरा करना
32. आईटी पार्क में 728 फ्लैट्स की आवासीय योजना को लांच करना
चंडीगढ़। यूटी के सलाहकार धर्मपाल ने पद संभालने के बाद सभी विभागों से ऐसे कार्यों की सूची मांगी, जिन्हें 100 दिनों में पूरा किया जा सके। प्रशासन के पास 16 विभागों से करीब 32 कार्यों की सूची पहुंची, लेकिन इनमें एक भी नया कार्य नहीं है। इन सब पर पिछले कई साल से काम चल रहा था।
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इंटेलीजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम, सार्वजनिक बाइक शेयरिंग सिस्टम, स्कूलों का निर्माण, भूमि रिकार्ड्स का डिजिटिलाइजेशन, एयर प्यूरीफायर, 40 इलेक्ट्रिक बस समेत लगभग सभी परियोजनाएं ऐसी हैं, जिन पर कई साल से काम चल रहा है। विभागों के 100 दिन की कार्ययोजना में किसी नई परियोजना का जिक्र नहीं है।
इन योजनाओं पर सलाहकार धर्मपाल का कहना है कि विभागों ने खुद लिखकर दिया है कि वह इन कामों को 100 दिन में पूरा कर लेंगे, इसलिए ये काम रुकेंगे नहीं। कुछ काम ऐसे हैं, जो पिछले कुछ समय से चल रहे हैं लेकिन अब पूरा होने की कगार पर हैं। कोरोना की वजह से भी काम में देरी हुई है।
इन योजनाओं को पूरा करने का दावा
1. पुनर्नवीनीकरण जल वितरण नेटवर्क के लिए स्काडा सेंटर (4.78 करोड़)
2. भूमिगत उपयोगिता मानचित्रण (5.98 करोड़)
3. सार्वजनिक बाइक शेयरिंग सिस्टम (20 करोड़)
4. मैटीरियल रिकवरी फैसिलिटी और कचरा स्थानांतरण स्टेशनों का निर्माण (13.39 करोड़)
5. ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए स्काडा का प्रावधान (6.38 करोड़)
6. भूमि अभिलेखों का अपग्रेडेशन और डिजिटिलीकरण
7. जीएमएसएसएस-रायपुर कलां, जीएमएसएसएस-मलोया, जीएमएचएस-मक्खनमाजरा, जीएमएचएस-12 होंगे शुरू
8. गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक फॉर वुमन में नया कैंटीन ब्लॉक (5 करोड़)
9. धनास में प्राइमरी स्कूल (4.07 करोड़)
10. रायपुर कलां और रायपुर कलां फेज-3 में सरकारी हाई स्कूल (22.80 करोड़)
11. सेक्टर-20, 21, 30बी, 35, 38 और मौलीजागरां में सामुदायिक केंद्र का निर्माण (13.28 करोड़)
12. सिटी फॉरेस्ट के वन नगर में बर्ड पार्क का निर्माण
13. जीएमसीएच-32 में नई ऑक्सीजन पाइपलाइन बिछाई जाएगी और 800-1000 क्षमता के 2 पीएसए संयंत्र की स्थापना।
14. सेक्टर-48 के अस्पताल में अतिरिक्त बेड की व्यवस्था
15. आईसीयू का विस्तार
16. जीएमएसएच-16, सिविल अस्पताल-45 और सिविल अस्पताल-मनीमाजरा में ईटीपी प्लांट का निर्माण
17. तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए सिविल अस्पताल-45 में 12 बिस्तर के आईसीयू के साथ कोविड बाल चिकित्सा अस्पताल की व्यवस्था
18. भारत सरकार के दिशा-निर्देशों और वेब कंटेंट एक्सेसिबिलिटी गाइडलाइंस 2.0 के अनुसार दिव्यांगों के लिए भी इस्तेमाल करने लायक चंडीगढ़ प्रशासक के वेबसाइट का निर्माण
19. सीटीयू के लिए एकीकृत परिवहन प्रबंधन का विकास और एकीकरण
20. सेक्टर-39 के वाटर वर्क्स में 66/11 केवी सब स्टेशन का डिजाइन, आपूर्ति और निर्माण (11.24 करोड़)
21. वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए ट्रांसपोर्ट चौक पर 24 मीटर ऊंचाई वाले पहले ओपन एयर प्यूरीफायर की स्थापना
22. वायु गुणवत्ता डेटा की रीयल-टाइम निगरानी के लिए सेक्टर-22 और 53 में वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशन की स्थापना
23. एसटीए कार्यालय के रिकॉर्ड रूम में व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस (वीएलटीडी) की स्थापना
24. इंटेलीजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम (आईटीएस) की शुरुआत (37 करोड़)
25. 40 इलेक्ट्रिक बसों की शुरुआत (10 साल के लिए 150 करोड़)
26. एम. आर्क बिल्डिंग ब्लॉक का निर्माण कार्य पूरा करना (3.50 करोड़)
27. रेस्को मॉडल के तहत सेक्टर-39 वाटर वर्क्स में 1000 केडब्ल्यूपी
28. मॉडल जेल-51 में 200 क्यूबिक मीटर प्रतिदिन की क्षमता वाला बायो गैस प्लांट
29. किफायती किराया आवासीय योजना के तहत खाली पड़े मकानों का आवंटन
30. खाली पड़ी संपत्तियों की नीलामी
31. सीएचबी केबी ब्लाक का निर्माण कार्य पूरा करना
32. आईटी पार्क में 728 फ्लैट्स की आवासीय योजना को लांच करना
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