reliance forms 7 new companies for green energy business this member of ambani family gets important role
ग्रीन एनर्जी के लिए रिलायंस ने बनाई 7 कंपनियां, अंबानी परिवार के इस सदस्य को अहम जिम्मेदारी
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Reeba Zachariah | टाइम्स न्यूज नेटवर्क | Updated: 05 Jul 2021, 09:46:00 AM
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रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) ने ग्रीन एनर्जी बिजनस के लिए 7 कंपनियां बनाई हैं। मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के छोटे बेटे अनंत अंबानी (Anant Ambani) को इनमें से दो कंपनियों में डायरेक्टर बनाया गया है।
हाइलाइट्स:
ग्रीन एनर्जी बिजनस के लिए रिलायंस ने बनाई कुल 7 कंपनियां
इनमें से 2 कंपनियों में अनंत अंबानी का डायरेक्टर बनाया गया
क्लीन एनर्जी पर 75,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी रिलायंस
मुंबई
देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) ग्रीन एनर्जी बिजनस (Green Energy Business) में उतरने जा रही है। इसके लिए दो कंपनियां रिलायंस न्यू एनर्जी सोलर (Reliance New Energy Solar) और रिलायंस न्यू सोलर एनर्जी (Reliance New Solar Energy) बनाई गई हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के छोटे बेटे अनंत अंबानी (Anant Ambani) को इन दो कंपनियों में डायरेक्टर (Director) बनाया गया है। रिलायंस ने 24 जून को अपनी एजीएम (Reliance AGM) में ग्रीन एनर्जी कारोबार में उतरने की घोषणा की थी। इन दो कंपनियों का गठन उससे कुछ दिन पहले ही किया गया था।
26 साल के अनंत को फरवरी में रिलायंस ओ2सी (Reliance O2C) का डायरेक्टर बनाया गया था। इस कंपनी सऊदी अरब की दिग्गज तेल कंपनी सऊदी अरामको (Saudi Aramco) इनवेस्टर को रूप में जुड़ सकती है। एक साल पहले अनंत को जियो प्लेटफॉर्म्स (Jio Platforms) के बोर्ड में शामिल किया गया था जहां उन्हें भाई आकाश और बहन ईशा भी मेंबर हैं। इस बारे में रिलायंस ने टीओआई के सवालों का जवाब नहीं दिया।
उत्तराधिकार योजना
64 साल के मुकेश अंबानी ने अभी तक अपनी उत्तराधिकार योजना (Success Planning) का खुलासा नहीं किया है। यही वजह है कि इनवेस्टर कम्युनिटी (Investor Community) में सवाल उठने लगे हैं कि मुकेश अंबानी के बाद कौन कंपनी की कमान संभालेगा? 2002 में रिलायंस के फाउंडर धीरूभाई अंबानी की मौत के बाद मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी के बीच उत्तराधिकार को लेकर विवाद हुआ था। धीरूभाई ने वसीयत नहीं छोड़ी थी जिसके कारण कंपनी के कारोबार को बांटना पड़ा था। मुकेश अंबानी को तेल रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल्स बिजनस मिला जबकि अनिल अंबानी को एनर्जी, फाइनेंस और टेलिकॉम बिजनस मिला।
जियो प्लेटफॉर्म्स के अलावा 29 साल के जुड़वा ईशा और आकाश रिलायंस रीटेल वेंचर्स के बोर्ड में भी हैं। जियो प्लेटफॉर्म्स और रिलायंस रीटेल वेंचर्स में अरबों डॉलर का निवेश आया है। इनमें गूगल, फेसबुक, सिल्वर लेक और सऊदी अरब के पब्लिक इनवेस्टमेंट फंड ने निवेश किया है।
ग्रीन एनर्जी के लिए 7 कंपनियां
अनंत की बोर्ड में नियुक्ति से अब मुकेश अंबानी के तीनों बच्चों का रिलायंस के अहम कारोबार में प्रतिनिधित्व है। हाल में कंपनी के रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल्स को अलग करके एक अलग यूनिट रिलायंस ओ2सी बनाई गई है। इस तरह आरआईएल अब टाटा ग्रुप की होल्डिंग कंपनी टाटा संस की तरह हो गई है। रिलायंस अब जियो प्लेटफॉर्म्स और रिलायंस रीटेल वेंचर्स के आईपीओ (IPO) का भी रास्ता साफ कर रही है।
रिलायंस न्यू एनर्जी सोलर और रिलायंस न्यू सोलर एनर्जी के अलावा आरआईएल ने ग्रीन एनर्जी के लिए 5 और कंपनियां बनाई हैं। इनमें रिलायंस न्यू एनर्जी स्टोरेज, रिलायंस सोलर प्रोजेक्ट्स, रिलायंस स्टोरेज, रिलायंस न्यू एनर्जी कार्बन फाइबर और रिलायंस एनर्जी हाइड्रोजन लेक्ट्रोलाइसिस शामिल हैं। इन सभी सातों कंपनियों में 3-3 डायरेक्टर हैं। शंकर नटराजन इन सभी कंपनियों में डायरेक्टर हैं। पिछले महीने एजीएम में मुकेश अंबानी ने कहा था कि आरआईएल अगले 3 वर्षों में क्लीन एनर्जी पर 75,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
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