जम्मू: भारत में कई ऐसे वीर सपूत है जिन्होंने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है उन्ही में से एक जवान है कहा था- अगर मेरे फर्ज के मार्ग में मौत भी आती है तो मैं कसम खाता हूं कि मैं मौत को भी हरा दूंगा।’ ये पंक्तियां 24 साल के एक भारतीय जवान की डायरी में जिसकी बहादुरी के किस्से आज भी सुनाए जाते हैं। भले ही इन पेज पर स्याही से लिखे ये शब्द समय के थपेड़ों ने मिटा दिए हों मगर बहादुरी तथा साह