अपडेट समय: 130 जम्मू में बुधवार को भारतीय वायुसेना स्टेशन के बाहर निगरानी करते सुरक्षाकर्मी। -प्रेट्र सुरेश एस डुग्गर/हप्र जम्मू, 30 जून जम्मू-कश्मीर में पाक सीमा क्षेत्र में लगातार चौथे दिन ड्रोन सैनिक प्रतिष्ठानों और वायुसेना के ठिकानों के आसपास नजर आए। मिली जानकारी के अनुसार श्रीनगर में हवाई अड्डे पर भी एक ड्रोन उड़ता दिखा। सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि सीमा सुरक्षा बल ने ड्रोन को देर रात 2.30 बजे के करीब देखा। इस बीच, जम्मू के कालूचक्क में गोस्वामी एन्क्लेव के समीप स्थित मिलिटरी स्टेशन और एयरफोर्स सिग्नल के ऊपर बुधवार तड़के 4.40 और 4.52 बजे करीब 600 मीटर की ऊचाई पर ड्रोन मंडराते दिखे। हालांकि, इसकी अधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं की गई है। इस क्षेत्र में सोमवार से हाई-अलर्ट है। सुबह जिस समय जवानों ने ड्रोन मंडराते देखे तो उन्होंने उस पर फायरिंग भी की। बीएसएफ के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि ड्रोन देखे गए हैं, जबकि पुलिस में इस संबंध में मामला दर्ज नहीं किया है। इस बीच, सुरक्षाकर्मियों को हवा में किसी भी संदिग्ध वस्तु को देखते ही उसे मार गिराने को कहा गया है। ड्रोन हमले की चुनौती से निपटने के लिए सेना की 15 कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडेय की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में नयी रणनीति बनाई गई है। सूत्रों ने बताया कि सभी संवेदनशील इलाकों में एयर डिफेंस सिस्टम को चाक-चौबंद किया गया है। आईजी कश्मीर विजय कुमार ने ड्रोन हमले से पैदा हालात पर चिनार कोर मुख्यालय में हुई बैठक की पुष्टि की है। कुलगाम में भिड़ंत, 3 आतंकी ढेर जम्मू (हप्र) : सुरक्षाबलों ने कुलगाम में एक भिड़ंत के दौरान 2 आतंकियों को ढेर कर दिया। उधर राजौरी के सुंदरबनी में एलओसी पार कर आने वाले आतंकियों के गुट से हुई मुठभेड़ में एक सैनिक के जख्मी होने की सूचना है। सुरक्षाबलों ने कुलगाम के चिम्मीर इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया था। इसी दौरान आतंकियों ने फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में 3 आतंकी ढेर कर दिए गए। खबर शेयर करें 8 घंटे पहले दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है। ‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है। हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया। खबरों के लिए सब्सक्राइब करें