ख़बर सुनें उन्नाव जिले में हड़हा बाजार के पास स्थित तालाब में रविवार को लोगों ने पांच बतख मरी देखीं जबकि कई बीमार हालत में नजर आईं। बर्ड फ्लू की आशंका से लोगों में दहशत फैल गई। सूचना मिलते ही पशु चिकित्सकों की टीम पहुंची और मृत बतखों का पोस्टमार्टम कराकर जमीन में दफना दिया। वहीं तालाब के आसपास मौजूद 10 बतख बीमार मिलने पर उनका सैंपल बरेली भेजा गया। टीम ने बीमार बतखों को बस्ती से बाहर रखने का सुझाव दिया है। सीवीओ ने बताया कि तीन दिन में रिपोर्ट आएगी। सिकंदरपुर करन ब्लाक के हड़हा बाजार के पास स्थित तालाब के आसपास एक सैकड़ा से अधिक बतखें रहती हैं। जो भोजन की तलाश में दिन भर बस्ती में घूमती हैं। रविवार सुबह तालाब में मछली पाल रहे शिवकुमार ने देखा कि तालाब के पानी में कुछ बतखें मृत पड़ी हैं और कई बीमार हालत में तड़प रही हैं। बतखों के मरने की सूचना से ग्रामीणों की भीड़ लग गई। पूर्व बीडीसी लल्लन यादव ने पशु चिकित्सक डॉ. अजय श्रीवास्तव को सूचना दी। सूचना पर प्रभारी पशु चिकित्सक डॉ. शरद शाक्य, नरेंद्र वर्मा, राजेश मौर्य आदि मौके पर पहुंचे। टीम को पांच मृत और दस बीमार बतख मिलीं। उन्होंने मृत बतखों का पोस्टमार्टम करने के बाद पांच फीट गहरे गड्ढे में दफन करा दिया। साथ ही बीमार बतखों के सैंपल लिए। डॉ. शरद शाक्य ने बताया कि सैंपल को जांच के लिए बरेली प्रयोगशाला भेजा जा रहा है। साथ ही बतखों को आबादी से दूर रखने की सलाह ग्रामीणों को दी है। तीन दिन बाद जांच रिपोर्ट आने के बाद ही इनके मरने की सही वजह पता चलेगी। तालाब में मछली पाल रहे शिवकुमार ने बताया कि बतखें किसी की निजी नहीं हैं। वर्षों से यह यही रह रही हैं। रात में तालाब के आसपास ही बसेरा करती हैं। उड़ता पक्षी अचानक जमीन पर गिरा, गंभीर सफीपुर क्षेत्र के कस्बा चकलवंशी में उड़ता पक्षी अचानक जमीन पर गिरकर तड़पने लगा। जिससे राहगीरों में बर्ड फ्लू को लेकर दहशत फैल गई। राहगीरों में शराफत, सुशील, कल्लू आदि ने बताया कि पक्षी किसी बीमारी के कारण गिरा है। बर्ड फ्लू से बीमार होकर गिरने की आशंका जाहिर की है। पशु चिकित्सकों को सूचना दे दी गई है।
पूरे जिले में चला अभियान, 45 सैंपल लिए गए रविवार को पूरे जिले में पोल्ट्री फार्मों की जांच के लिए सघन चेकिंग अभियान चलाया गया। पुश चिकित्सा विभाग की रैपिड रिस्पांस टीम में शामिल पशु चिकित्साधिकारियों ने हसनगंज, बीघापुर, पुरवा, सफीपुर, बांगरमऊ क्षेत्रों में संचालित पोल्ट्री फार्मों का निरीक्षण किया। इस दौरान मुर्गियों के नाक व गले के सीरम के 45 सैंपल भरे। चिकित्सकों ने संचालकों को स्पष्ट आदेश दिए कि साफ-सफाई पर विशेष ध्यान रखें। कोई भी मुर्गी बीमार पड़े तो इसकी जानकारी तुरंत उपलब्ध कराएं। किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतें। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. पीके सिंह ने बताया कि टीमें लगातार गश्त कर रही हैं। पक्षी विहार में भी निगरानी बढ़ा दी गई है। टीमों ने पक्षी विहार जाकर पक्षियों की स्थिति का जायजा लिया है। वन अधिकारियों से कहा गया है कि एहतियात जरूर बरतें। किसी भी प्रकार की समस्या आए तो तुरंत जानकारी दें। उन्नाव जिले में हड़हा बाजार के पास स्थित तालाब में रविवार को लोगों ने पांच बतख मरी देखीं जबकि कई बीमार हालत में नजर आईं। बर्ड फ्लू की आशंका से लोगों में दहशत फैल गई। सूचना मिलते ही पशु चिकित्सकों की टीम पहुंची और मृत बतखों का पोस्टमार्टम कराकर जमीन में दफना दिया। विज्ञापन वहीं तालाब के आसपास मौजूद 10 बतख बीमार मिलने पर उनका सैंपल बरेली भेजा गया। टीम ने बीमार बतखों को बस्ती से बाहर रखने का सुझाव दिया है। सीवीओ ने बताया कि तीन दिन में रिपोर्ट आएगी। सिकंदरपुर करन ब्लाक के हड़हा बाजार के पास स्थित तालाब के आसपास एक सैकड़ा से अधिक बतखें रहती हैं। जो भोजन की तलाश में दिन भर बस्ती में घूमती हैं। रविवार सुबह तालाब में मछली पाल रहे शिवकुमार ने देखा कि तालाब के पानी में कुछ बतखें मृत पड़ी हैं और कई बीमार हालत में तड़प रही हैं। बतखों के मरने की सूचना से ग्रामीणों की भीड़ लग गई। पूर्व बीडीसी लल्लन यादव ने पशु चिकित्सक डॉ. अजय श्रीवास्तव को सूचना दी। सूचना पर प्रभारी पशु चिकित्सक डॉ. शरद शाक्य, नरेंद्र वर्मा, राजेश मौर्य आदि मौके पर पहुंचे। टीम को पांच मृत और दस बीमार बतख मिलीं। उन्होंने मृत बतखों का पोस्टमार्टम करने के बाद पांच फीट गहरे गड्ढे में दफन करा दिया। साथ ही बीमार बतखों के सैंपल लिए। डॉ. शरद शाक्य ने बताया कि सैंपल को जांच के लिए बरेली प्रयोगशाला भेजा जा रहा है। साथ ही बतखों को आबादी से दूर रखने की सलाह ग्रामीणों को दी है। तीन दिन बाद जांच रिपोर्ट आने के बाद ही इनके मरने की सही वजह पता चलेगी। तालाब में मछली पाल रहे शिवकुमार ने बताया कि बतखें किसी की निजी नहीं हैं। वर्षों से यह यही रह रही हैं। रात में तालाब के आसपास ही बसेरा करती हैं। उड़ता पक्षी अचानक जमीन पर गिरा, गंभीर सफीपुर क्षेत्र के कस्बा चकलवंशी में उड़ता पक्षी अचानक जमीन पर गिरकर तड़पने लगा। जिससे राहगीरों में बर्ड फ्लू को लेकर दहशत फैल गई। राहगीरों में शराफत, सुशील, कल्लू आदि ने बताया कि पक्षी किसी बीमारी के कारण गिरा है। बर्ड फ्लू से बीमार होकर गिरने की आशंका जाहिर की है। पशु चिकित्सकों को सूचना दे दी गई है।
पूरे जिले में चला अभियान, 45 सैंपल लिए गए रविवार को पूरे जिले में पोल्ट्री फार्मों की जांच के लिए सघन चेकिंग अभियान चलाया गया। पुश चिकित्सा विभाग की रैपिड रिस्पांस टीम में शामिल पशु चिकित्साधिकारियों ने हसनगंज, बीघापुर, पुरवा, सफीपुर, बांगरमऊ क्षेत्रों में संचालित पोल्ट्री फार्मों का निरीक्षण किया। इस दौरान मुर्गियों के नाक व गले के सीरम के 45 सैंपल भरे। चिकित्सकों ने संचालकों को स्पष्ट आदेश दिए कि साफ-सफाई पर विशेष ध्यान रखें। कोई भी मुर्गी बीमार पड़े तो इसकी जानकारी तुरंत उपलब्ध कराएं। किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतें। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. पीके सिंह ने बताया कि टीमें लगातार गश्त कर रही हैं। पक्षी विहार में भी निगरानी बढ़ा दी गई है। टीमों ने पक्षी विहार जाकर पक्षियों की स्थिति का जायजा लिया है। वन अधिकारियों से कहा गया है कि एहतियात जरूर बरतें। किसी भी प्रकार की समस्या आए तो तुरंत जानकारी दें। विज्ञापन विज्ञापन आपकी राय हमारे लिए महत्वपूर्ण है। खबरों को बेहतर बनाने में हमारी मदद करें। खबर में दी गई जानकारी और सूचना से आप संतुष्ट हैं? हां