आज पूरा देश 75वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस मौके पर उन नायकों को याद करना भी जरूरी है, जिन्होंने हमें इस आजाद फिजा में सांस दिलाने के लिए खुद काले पानी की सजा काटी, सजा भी ऐसी जिसे महसूस करने भर से रूह कांप जाती है। क्या कोई व्यक्ति ढाई फीट ऊंचे, ढाई फीट चौड़े पिंजरे में बंद रह सकता है और वो भी बस इतनी-सी बात पर कि अंग्रेज सिपाही द्वारा दी गई गाली का जवाब गाली में दे। | क्या कोई व्यक्ति ढाई फीट ऊंचे, ढाई फीट चौड़े पिंजरे में बंद रह सकता है, जिसे कालेपानी की सजा कहते हैं। हां है, जिसने ये सजा काटी, एक ऐसे गदरी शहीद, जो थे अंग्रेजों का नौकर, लेकिन आजादी के नायक बन गए थे।