अपडेट समय: 140 कृष्णा नदी में उफान के चलते महाराष्ट्र के सांगली स्िथत मारुति चौक में भरे पानी के बीच नौका लेकर लोगों की मदद को उतरे एक स्वयंसेवी संगठन के सदस्य। -प्रेट्र मुंबई (एजेंसी) : महाराष्ट्र के पुणे और कोंकण संभाग में पिछले तीन दिन में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन के चलते मरने वाले लोगों की संख्या शनिवार को बढ़कर 112 पर पहुंच गई। मृतकों में सबसे अधिक रायगढ़ जिले के 52 लोग शामिल हैं। राज्य सरकार ने एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी। राज्य में 1,35,313 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया गया है जिनमें पश्चिमी महाराष्ट्र के सांगली जिले के 78,111 और कोल्हापुर जिले में 40,882 लोग शामिल है। एक तरफ जहां बाढ़ से प्रभावित चिपलुन, खेड और महाड जैसे शहरों के लोग इस आपदा से उबरने का प्रयास कर रहे हैं, वहीं, प्रशासन के समक्ष जल एवं बिजली आपूर्ति बहाली के साथ ही प्रभावित इलाकों के लोगों के लिए भोजन और दवाओं का प्रबंध करना चुनौती बना हुआ है। उधर, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से शनिवार को बात की और राज्य में बारिश एवं बाढ़ के कारण जान-माल के नुकसान पर चिंता जताई। हरियाणा-पंजाब में 26 से 28 तक बारिश के आसार : आईएमडी नयी दिल्ली (एजेंसी) : भारत मौसम विज्ञान विभाग ने शनिवार को कहा कि अगले 24 घंटों में पश्चिमी तट पर बारिश की तीव्रता कम होने के आसार हैं, जिससे बारिश से प्रभावित महाराष्ट्र और गोवा को राहत मिल सकती है। आईएमडी के मुताबिक, 25 जुलाई से उत्तर भारत के मैदानी इलाकों और पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश की गतिविधियां बढ़ेंगी। उसके मुताबिक, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 26-28 जुलाई को और पंजाब तथा पूर्वी उत्तर प्रदेश में 27-28 जुलाई को बारिश के आसार हैं। 25 से 28 जुलाई के दौरान उत्तराखंड में बारिश होने की संभावना है और कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। 27 और 28 जुलाई को हिमाचल प्रदेश में कहीं-कहीं अत्याधिक भारी बारिश हो सकती है। पूर्वी राजस्थान में 26 जुलाई तक तेज बारिश होने के आसार हैं, जबकि कुछ इलाकों में भारी बारिश की संभावना है और इसके बाद वर्षा कम होगी। खबर शेयर करें 13 घंटे पहले दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है। ‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है। हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया। खबरों के लिए सब्सक्राइब करें