विक्रम बत्रा की कहानी को और अच्छे तरीके से दर्शाया जा सकता था। शेरशाह इसलिए पसंद आ सकती है क्योंकि विक्रम की कहानी बहुत पॉवरफुल है, जिसके तले फिल्म की कमजोरियां छिप जाती हैं। 'शेरशाह' टिपिकल बॉलीवुड फॉर्मूलों से पूरी तरह आजाद नहीं है और यही बात फिल्म देखते समय थोड़ी खटकती है। खासतौर पर विक्रम का जो रोमांस दर्शाया गया है वो पूरी तरह फिल्मी और गानों से युक्त है। चूंकि फिल्म शुरू होने के पहले ही इसके मेकर्स ने बताया है कि यह फिल्म विक्रम बत्रा की जीवन की घटनाओं से प्रेरित है। सिनेमा के नाम पर कुछ छूट भी ली गई है। इसलिए कई ऐसे सीन नजर आते हैं जो काल्पनिक लगते हैं क्योंकि इनमें 'नकलीपन' नजर आता है।