ख़बर सुनें गुरुग्राम। पिछले एक साल का कोरोना संक्रमण काल जिले के लिए खासा चुनौती भरा रहा। जिले में पिछले साल 13 मार्च को कोरोना की पहली महिला मरीज सामने आई थी, जिसके बाद संक्रमण के मामले में उतार-चढ़ाव का दौर चलता रहा। पिछले एक साल में 59698 नए मरीज आए तो 359 लोगों की कोरोना ने जीवनलीला समाप्त कर दी। पिछले साल मार्च के मध्य से शुरू हुए कोरोना की रफ्तार शुुरुआती दौर में तो कम थी लेकिन जैसे-जैसे समय बीता इसका प्रकोप बढ़ता गया। हालात यह रहे कि सिर्फ जून के महीने में ही 91 लोगों की संक्रमण के कारण मौत हो गई, जबकि रोजाना कोरोना वायरस का चरम पर पहुंचना अभी बाकी था। हालांकि, जुलाई के अंत व अगस्त की शुरुआत के साथ ही कोरोना काबू में आता दिखा लेकिन सितंबर मध्य से स्थिति फिर बिगड़ने लगी तो नवंबर अंत तक हालात बेकाबू हो गए। नवंबर में बेकाबू हुए हालात : नवंबर के तीसरे सप्ताह में रोजाना आने वाले नए मरीजों की संख्या 900 के पार पहुंच गई थी और पूरे एक माह में सर्वाधिक 19594 मरीज आ गए। हालांकि, इसी बीच जांच की संख्या बढ़ाई गई तो कोरोना सुरक्षा मानकों के अनुपालन को लेकर भी प्रशासन ने सख्ती की। नतीजा यह रहा कि दिसंबर की शुरुआत से स्थिति सुधरने लगी और फरवरी के मध्य तक कोरोना काबू में रहा। फरवरी के तीसरे सप्ताह से कोरोना फिर अपने पुराने स्वरूप में लौटने लगा है। हालात यह हैं कि अब फिर से रोजाना 80 से ज्यादा नए मरीज आ रहे हैं। माहवार कोरोना की स्थिति : माह - नए मरीज स्वस्थ मौत कुल जांच मार्च - 10 - 9 - 0 - 579 अप्रैल - 48 - 29 - 0 - 5278 मई - 717 - 246 - 3 - 7610 जून - 4573 - 3677 - 91 - 19274 जुलाई - 3720 - 4022 - 32 - 71077 अगस्त - 2850 - 2807 - 10 - 63148 सितंबर - 8782 - 7329 - 40 - 92554 अक्तूबर - 8299 - 8145 - 39 - 94807 नवंबर - 19594 - 16771 - 80 - 162302 दिसंबर - 7199 - 12474 - 51 - 147537 जनवरी - 1416 - 1955 - 11 - 80330 फरवरी - 786 - 834 - 3 - 78544 गुरुग्राम। पिछले एक साल का कोरोना संक्रमण काल जिले के लिए खासा चुनौती भरा रहा। जिले में पिछले साल 13 मार्च को कोरोना की पहली महिला मरीज सामने आई थी, जिसके बाद संक्रमण के मामले में उतार-चढ़ाव का दौर चलता रहा। पिछले एक साल में 59698 नए मरीज आए तो 359 लोगों की कोरोना ने जीवनलीला समाप्त कर दी। विज्ञापन पिछले साल मार्च के मध्य से शुरू हुए कोरोना की रफ्तार शुुरुआती दौर में तो कम थी लेकिन जैसे-जैसे समय बीता इसका प्रकोप बढ़ता गया। हालात यह रहे कि सिर्फ जून के महीने में ही 91 लोगों की संक्रमण के कारण मौत हो गई, जबकि रोजाना कोरोना वायरस का चरम पर पहुंचना अभी बाकी था। हालांकि, जुलाई के अंत व अगस्त की शुरुआत के साथ ही कोरोना काबू में आता दिखा लेकिन सितंबर मध्य से स्थिति फिर बिगड़ने लगी तो नवंबर अंत तक हालात बेकाबू हो गए। नवंबर में बेकाबू हुए हालात : नवंबर के तीसरे सप्ताह में रोजाना आने वाले नए मरीजों की संख्या 900 के पार पहुंच गई थी और पूरे एक माह में सर्वाधिक 19594 मरीज आ गए। हालांकि, इसी बीच जांच की संख्या बढ़ाई गई तो कोरोना सुरक्षा मानकों के अनुपालन को लेकर भी प्रशासन ने सख्ती की। नतीजा यह रहा कि दिसंबर की शुरुआत से स्थिति सुधरने लगी और फरवरी के मध्य तक कोरोना काबू में रहा। फरवरी के तीसरे सप्ताह से कोरोना फिर अपने पुराने स्वरूप में लौटने लगा है। हालात यह हैं कि अब फिर से रोजाना 80 से ज्यादा नए मरीज आ रहे हैं। माहवार कोरोना की स्थिति : माह - नए मरीज स्वस्थ मौत कुल जांच मार्च - 10 - 9 - 0 - 579 अप्रैल - 48 - 29 - 0 - 5278 मई - 717 - 246 - 3 - 7610 जून - 4573 - 3677 - 91 - 19274 जुलाई - 3720 - 4022 - 32 - 71077 अगस्त - 2850 - 2807 - 10 - 63148 सितंबर - 8782 - 7329 - 40 - 92554 अक्तूबर - 8299 - 8145 - 39 - 94807 नवंबर - 19594 - 16771 - 80 - 162302 दिसंबर - 7199 - 12474 - 51 - 147537 जनवरी - 1416 - 1955 - 11 - 80330 फरवरी - 786 - 834 - 3 - 78544