‘हिमाचल के जिला मंडी की बर्फीली पहाड़ियों में मेरा जन्म हुआ। ठंडी हवा की गुदगुदाहट, रंग-बिरंगे फूलों के बीच खुशहाल जिंदगी बीत ही रही थी कि एक दिन ये लड़कपन छूट गया। 24 साल की उम्र में शादी हो गई। ‘देव भूमि’ में पतिदेव से मिलन हुआ। लेकिन मुझे नहीं मालूम था कि इस ‘निर्मल चंदेल’ की जिंदगी से निर्मलता इतनी जल्दी चली जाएगी। अभी-अभी तो पति की बाहों में प्रेम के हिलोरे मारना शुरू ही किया था क