26 साल के अनंत अंबानी को हाल ही में दो नई सोलर कंपनियों का डायरेक्टर बनाया गया है
2020 में अनंत रिलायंस जियो के बोर्ड में शामिल हुए, जहां ईशा और आकाश पहले से थे
मुकेश अंबानी के सबसे छोटे बेटे चर्चा में हैं। 26 साल के अनंत अंबानी को नई जिम्मेदारी मिली है। 5 जुलाई को उन्हें रिलायंस न्यू एनर्जी सोलर और रिलायंस न्यू सोलर एनर्जी का डायरेक्टर नियुक्त किया गया है। फरवरी में उन्हें रिलायंस ऑयल टू केमिकल का डायरेक्टर बनाया गया था। वो जियो प्लेटफॉर्म्स के बोर्ड में एडिशनल डायरेक्टर भी हैं।
पिता के बिजनेस में पहले से कई जिम्मेदारियां संभाल रहे अनंत की नई जिम्मेदारी ने सभी का ध्यान खींचा है। इन्वेस्टर्स में मुकेश अंबानी के उत्तराधिकारी को लेकर सुगबुगाहट बढ़ गई है। ये सुगबुगाहट इसलिए भी मौजूं है क्योंकि मुकेश अंबानी के तीन बच्चे हैं और अंबानी परिवार में बिजनेस के बंटवारे का इतिहास कड़वा रहा है।
धीरूभाई ने वसीयत नहीं लिखी तो मुकेश-अनिल में हुई थी खींचतान
मुकेश अंबानी 1981 और अनिल अंबानी 1983 में रिलायंस से जुड़े थे। जुलाई 2002 में धीरूभाई अंबानी का निधन हो गया। वो वसीयत लिख कर नहीं गए थे। मुकेश अंबानी रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन और अनिल अंबानी मैनेजिंग डायरेक्टर बने। नवंबर 2004 में पहली बार मुकेश और अनिल का झगड़ा सामने आया। परिवार में चल रहे इस विवाद से धीरूभाई अंबानी की पत्नी कोकिलाबेन परेशान थीं।
जून 2005 में दोनों के बीच बंटवारा हुआ था, लेकिन किस भाई को कौन सी कंपनी मिलेगी? इसका फैसला 2006 तक चला। इस बंटवारे में ICICI बैंक के तत्कालीन चेयरमैन वीके कामत को भी हस्तक्षेप करना पड़ा था।
बंटवारे के बाद मुकेश अंबानी के हिस्से में पेट्रोकेमिकल के कारोबार, रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंडियन पेट्रो केमिकल्स कॉर्प लिमिटेड, रिलायंस पेट्रोलियम, रिलायंस इंडस्ट्रियल इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड जैसी कंपनियां आईं। छोटे भाई ने अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप बनाया। इसमें आरकॉम, रिलायंस कैपिटल, रिलायंस एनर्जी, रिलायंस नेचुरल रिसोर्सेज जैसी कंपनियां थीं। तब से मुकेश अंबानी का बिजनेस नई ऊंचाइयों को छू रहा है, लेकिन अनिल का भाग्य साथ नहीं दे रहा।
भविष्य में मुकेश अंबानी के बच्चों को ऐसी स्थिति का सामना न करना पड़े, इसके लिए महज 26 साल के अनंत अंबानी को भी नई जिम्मेदारियां दी जा रही हैं। ईशा और आकाश 2014 से ही रिलायंस में काम कर रहे हैं और कंपनी के कई इवेंट्स की अगुआई करते हैं।
आकाश-ईशा पहले से शामिल, अनंत को भी नई जिम्मेदारियां
1. आकाश अंबानीः 2014 में ब्राउन यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स की डिग्री ली। इसके बाद उन्होंने फैमिली बिजनेस जॉइन किया। जियो प्लेटफॉर्म्स, जियो लिमिटेड, सावन मीडिया, जियो इन्फोकॉम, रिलायंस रिटेल वेंचर्स के बोर्ड में शामिल हैं।
2. ईशा अंबानीः येल और स्टेनफोर्ड से पढ़ाई की। 2015 में फैमिली बिजनेस जॉइन किया। जियो प्लेटफॉर्म्स, जियो लिमिटेड, रिलायंस रिटेल वेंचर्स के बोर्ड में शामिल हैं। ईशा की शादी दिसंबर 2018 में कारोबारी अजय पीरामल के बेटे आनंद पीरामल से हुई।
3. अनंत अंबानीः अमेरिका की ब्राउन यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की। रिलायंस न्यू एनर्जी, रिलायंस न्यू सोलर एनर्जी, रिलायंस O2C, जियो प्लेटफॉर्म्स के बोर्ड में शामिल हैं।
फ्यूचर प्लान्सः 5G रोलआउट, ऑनलाइन रिटेल और ग्रीन एनर्जी पर फोकस
जुलाई 2020 में रिलायंस की AGM यानी शेयर होल्डर्स की सालाना बैठक में अंबानी और उनके बच्चों ईशा और आकाश ने फ्यूचर प्लांस की एक झलक दी थी। उन्होंने बताया था कि 2021-22 में 5G वायरलेस नेटवर्क और एक वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म लाएंगे। इसमें नेटफ्लिक्स डिज्नी प्लस हॉटस्टार, अमेजन प्राइम वीडियो और टीवी चैनलों को एक छत के नीचे लाया जाएगा।
जून 2021 में हुई AGM में मुकेश अंबानी ने बताया था कि रिलायंस का प्लान अगले तीन साल में उसके ई-कॉमर्स वेंचर JioMart पर एक करोड़ से ज्यादा मर्चेंट पार्टनर्स जोड़ने का है। अंबानी ने कहा कि रिलायंस वैल्यू चेन पार्टनरशिप और फ्यूचर टेक्नोलॉजीज पर 15,000 करोड़ रुपए का इन्वेस्टमेंट करेगी।
ग्रीन एनर्जी सेक्टर में रिलायंस 75 हजार करोड़ रुपए का निवेश करेगी। अगले 10 सालों में कंपनी 100 गीगा वाट सोलर एनर्जी के प्रोडक्शन का टार्गेट लेकर चल रही है। इसके लिए गुजरात के जामनगर में धीरूभाई ग्रीन एनर्जी कॉम्प्लेक्स की शुरुआत की जाएगी।
'द बिलिनेयर राज: अ जर्नी थ्रू इंडिया न्यू गिलडेड ऐज' के लेखक जेम्स क्रैबट्री के मुताबिक अंबानी की सबसे बड़ी चुनौती अब नए निवेशों पर रिटर्न पाना है। अंबानी जिन इंडस्ट्रीज पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, वे रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल्स बिजनेस की तुलना में बहुत अच्छा परफॉर्म कर रहे हैं। अंबानी के सामने 'Key Man' यानी प्रमुख व्यक्ति वाला जोखिम भी है क्योंकि अब उनकी उम्र भी बढ़ती जा रही है।
फैमिली काउंसिल तय करेगी मुकेश का उत्तराधिकारी!
2020 में लाइव मिंट ने अपनी एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से दावा किया था कि मुकेश अंबानी एक फैमिली काउंसिल बनाने जा रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक ये कदम रिलायंस इंडस्ट्रीज का उत्तराधिकारी तय करने के लिए है। इसमें तीनों बच्चों के साथ परिवार के वरिष्ठ सदस्यों को शामिल किया जाएगा। इसके अलावा मेंटर्स और सलाहकार भी होंगे।
दावा किया गया कि अगले साल के अंत तक उत्तराधिकार योजना पर काम करने का ब्लूप्रिंट तैयार हो जाएगा। हालांकि रिलायंस ग्रुप के प्रवक्ता ने इस रिपोर्ट को खारिज किया था। उन्होंने कहा कि ये पूरी तरह से कल्पना पर आधारित है।
अनिल अंबानी के दोनों बेटे भी संभाल रहे फैमिली बिजनेस
अनमोल (बाएं) और अंशुल (दाएं) अपनी मां टीना अंबानी के साथ
मुकेश अंबानी के छोटे भाई अनिल अंबानी के दो बेटे हैं। बड़े बेटे का नाम जय अनमोल और छोटे बेटे का नाम जय अंशुल है। अनमोल ने मुंबई के जॉन कैनन स्कूल से अपनी शुरुआती पढ़ाई की और बाद में यूके चले गए। वहां के वारविक बिजनेस स्कूल से डिग्री हासिल की। उन्हें 2016 में रिलायंस कैपिटल के बोर्ड में शामिल किया गया था। बाद में उन्हें रिलायंस इंफ्रा का डायरेक्टर नियुक्त किया गया। हालांकि 6 महीने में ही उन्होंने इस पद से इस्तीफा दे दिया।
अनिल के छोटे बेटे अंशुल ने न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी के स्टर्न स्कूल ऑफ बिजनेस से बिजनेस मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। भाई की तरह वो भी रिलायंस कैपिटल के बोर्ड में शामिल हुए। बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक जल्द ही वो रिलायंस के डिफेंस बिजनेस में भूमिका अदा करेंगे।
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