chinas-billionaires-suddenly-feeling-so-generous-know-the-reason China’s billionaires: चीन के अरबपतियों में अचानक दान करने की प्रेरणा कैसे जग गई है? Amit Tyagi | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: 17 Jul 2021, 10:13:00 AM Subscribe चीन में ई-कॉमर्स की दिग्गज कंपनी पिंदुओदुओ के संस्थापक कॉलिन हुआंग (Colin Huang) ने मार्च में कंपनी के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद उन्होंने एक एजुकेशन फंड में 1.85 अरब डॉलर का दान दिया है।
नई दिल्ली China’s billionaires news: चीन के अरबपतियों में इस साल एक नया क्रेज देखने को मिल रहा है। वह अचानक बहुत ज्यादा उदार हो गये हैं। पिछले कुछ महीने में चीन की फूड डिलीवरी कंपनी मेतुआं के चेयरमैन और फाउंडर वांग सिंग (Wang Xing) ने करीब 2.7 अरब डॉलर की रकम साइंटिफिक रिसर्च और एजुकेशन के लिए चैरिटी में दे दी है। इसके साथ ही उन्होंने और कई बड़े दान देने की घोषणा की है। चीन में ई-कॉमर्स की दिग्गज कंपनी पिंदुओदुओ के संस्थापक कॉलिन हुआंग (Colin Huang) ने मार्च में कंपनी के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद उन्होंने एक एजुकेशन फंड में 1.85 अरब डॉलर का दान दिया है। इससे पहले मीडिया होम अप्लायंसेज समूह के ही शियांगजियांग (He Xiangjian) ने 97.5 करोड़ डॉलर और एवरग्रैंड रियल स्टेट के शू जियायिन (Xu Jiayin) ने 37 करोड़ डॉलर का दान दिया था। यह गरीबी उन्मूलन मेडिकल केयर और कल्चरल प्रोग्राम के लिए दिया गया दान था। दुनिया में सबसे अधिक अरबपति चीन के अरबपतियों की दान देने की सूची काफी लंबी है। हाल में ही टिक टॉक की पैरंट कंपनी बाइट डांस के फाउंडर झांग यिमिंग (Zhang Yiming) ने 78 मिलियन डॉलर की रकम अपने प्रांत में पढ़ाई के लिए दान दी है। ओलंपिक डाइविंग करने वाले पूर्व खिलाड़ी जिंग जिंग (Guo Jingjing) ने वुहान के लिए 10 अरब डॉलर की रकम दान देने का फैसला किया है। चीन की सरकार का दवाब चीन के अरबपतियों में दान देने की इच्छा अचानक नहीं जगी है। इसके पीछे चीन सरकार की बड़ी भूमिका है। चीन में अरबपतियों की संख्या 1058 को पार कर गई है। साल 2021 के हरुन रिच लिस्ट के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। दुनिया के किसी भी देश में कितने अरबपति नहीं है जितने चीन में है। पूंजीपतियों का देश कहे जाने वाले अमेरिका में भी इतने अरबपति नहीं है। चीन में अरबपतियों की बढ़ती संख्या की वजह से अब सरकार चिंतित है और अमीर-गरीब के बीच की खाई को कम करना चाहती है। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार को लगता है कि अमीर और गरीब के बीच बढ़ते फासले की वजह से दिक्कतें पैदा हो सकती है। जैक मा पर हुई थी सख्ती चीन मामलों के जानकार एक्सपर्ट का कहना है कि देश में अमीरों की संख्या पिछले कुछ साल में तेजी से बढ़ी है। किसी देश की आबादी में आमदनी में असमानता की वजह से जो समस्याएं पैदा होती हैं सरकार उन्हें कम करना चाहती है। एक्सपर्ट का कहना है कि अरबपति लोग वास्तव में अपनी इच्छा से दान करना नहीं चाहते। उन्हें लगता है कि आय में असमानता बनी रहने की वजह से उनकी इज्जत बनी रहेगी। अलीबाबा के सह संस्थापक और पूर्व सीईओ जैक मा (Jack Ma) पर चीन सरकार की सख्ती के बाद चीन के टेक उद्यमियों में दान देने की इच्छा जगने लगी है। Petrol-Diesel पर टैक्स कम करने के बारे में CEA ने क्या कहा Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुक पेज लाइक करें कॉमेंट लिखें इन टॉपिक्स पर और पढ़ें