ख़बर सुनें तीन कृषि कानूनों के विरोध में चंडीगढ़ पहुंचकर राजभवन तक मार्च करने के किसान संगठनों के एलान के बावजूद पुलिस की सारी तैयारी धरी रह गई। मटौर बैरियर से चंडीगढ़ में प्रवेश के बाद किसान शहर के कई जगहों पर ढाई घंटे तक डटे रहे, जिससे यातायात बाधित रहा। वहीं, जाम में फंसे वाहन चालकों को परेशानियां झेलनी पड़ीं। नौबत यहां तक आई कि पुलिस को फौरन जगह-जगह यातायात रूट में बदलाव करना पड़ा। इससे भी कई जगहों पर जाम की स्थिति बनी। किसानों के चंडीगढ़ में प्रवेश की सूचना पर पुलिस ने मटौर बैरियर और हाउसिंग बोर्ड चौक सीमा समेत कुल 13 स्थान को चिह्नित किए थे। शनिवार को जब किसान चंडीगढ़ में घुसे तो पुलिस ने मटौर बैरियर से लेकर वाईपीएस चौक, जेडब्ल्यूए मैरिएट, अरोमा लाइट प्वाइंट, सेक्टर 17/18 लाइट प्वाइंट, प्रेस लाइट प्वाइंट समेत अन्य कई रूट में अचानक से बदलाव कर दिया। ऐसे में वहां से गुजरने वाले वाहन चालकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। आरोमा लाइट प्वाइंट समेत कई जगह पर भीषण जाम लगा गया। कड़ी मशक्कत के बाद जाम को खुलवाया गया। कई जगहों पर लोग आपस में भिड़ते भी दिखे।
शराब ठेकों पर उमड़ी भीड़ चंडीगढ़ में हजारों की संख्या में किसानों की भीड़ घुस आई थी। ऐसे में शहर के कई ठेकों पर लंबी कतारें नजर आईं। सेक्टर-35, सेक्टर-22 समेत अन्य शराब ठेके के बाहर भी लंबी लाइनें लगी थीं। बता दें कि इस तरह के दृश्य पहले भी कई बार दिखे हैं।
एसएसपी ने पुलिसकर्मियों की थपथपाई पीठ एसएसपी कुलदीप सिंह चहल ने कहा कि हरियाणा और पंजाब पुलिस के साथ संयुक्त भागीदारी रही। शांतिपूर्ण ढंग से किसानों ने अपना ज्ञापन सौंपा है। किसी तरह की कोई अनहोनी नहीं हुई है। वहीं, किसान समर्थकों के वापस लौटने के बाद एसएसपी ने सभी पुलिसकर्मियों की पीठ थपथपाई और कहा कि उनके सहयोग से बेहतर काम किया गया है। विस्तार तीन कृषि कानूनों के विरोध में चंडीगढ़ पहुंचकर राजभवन तक मार्च करने के किसान संगठनों के एलान के बावजूद पुलिस की सारी तैयारी धरी रह गई। मटौर बैरियर से चंडीगढ़ में प्रवेश के बाद किसान शहर के कई जगहों पर ढाई घंटे तक डटे रहे, जिससे यातायात बाधित रहा। वहीं, जाम में फंसे वाहन चालकों को परेशानियां झेलनी पड़ीं। नौबत यहां तक आई कि पुलिस को फौरन जगह-जगह यातायात रूट में बदलाव करना पड़ा। इससे भी कई जगहों पर जाम की स्थिति बनी। विज्ञापन किसानों के चंडीगढ़ में प्रवेश की सूचना पर पुलिस ने मटौर बैरियर और हाउसिंग बोर्ड चौक सीमा समेत कुल 13 स्थान को चिह्नित किए थे। शनिवार को जब किसान चंडीगढ़ में घुसे तो पुलिस ने मटौर बैरियर से लेकर वाईपीएस चौक, जेडब्ल्यूए मैरिएट, अरोमा लाइट प्वाइंट, सेक्टर 17/18 लाइट प्वाइंट, प्रेस लाइट प्वाइंट समेत अन्य कई रूट में अचानक से बदलाव कर दिया। ऐसे में वहां से गुजरने वाले वाहन चालकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। आरोमा लाइट प्वाइंट समेत कई जगह पर भीषण जाम लगा गया। कड़ी मशक्कत के बाद जाम को खुलवाया गया। कई जगहों पर लोग आपस में भिड़ते भी दिखे।
शराब ठेकों पर उमड़ी भीड़ चंडीगढ़ में हजारों की संख्या में किसानों की भीड़ घुस आई थी। ऐसे में शहर के कई ठेकों पर लंबी कतारें नजर आईं। सेक्टर-35, सेक्टर-22 समेत अन्य शराब ठेके के बाहर भी लंबी लाइनें लगी थीं। बता दें कि इस तरह के दृश्य पहले भी कई बार दिखे हैं।
एसएसपी ने पुलिसकर्मियों की थपथपाई पीठ एसएसपी कुलदीप सिंह चहल ने कहा कि हरियाणा और पंजाब पुलिस के साथ संयुक्त भागीदारी रही। शांतिपूर्ण ढंग से किसानों ने अपना ज्ञापन सौंपा है। किसी तरह की कोई अनहोनी नहीं हुई है। वहीं, किसान समर्थकों के वापस लौटने के बाद एसएसपी ने सभी पुलिसकर्मियों की पीठ थपथपाई और कहा कि उनके सहयोग से बेहतर काम किया गया है। आपकी राय हमारे लिए महत्वपूर्ण है। खबरों को बेहतर बनाने में हमारी मदद करें। खबर में दी गई जानकारी और सूचना से आप संतुष्ट हैं? हां