बाकी एशिया न्यूज़: तालिबान और पाकिस्तान के सामने लोगों की मांग पूरी करने की भी चुनौती होगी, जो पिछले 20 साल से अलग परिस्थितियों में रह रहे थे। क्या पाकिस्तान इसके लिए पैसा देगा? क्या इस लिहाज से वह नाटो से भी बड़ा हो सकता है? इस मामले में पाकिस्तान को अपनी गलती का जल्द ही अहसास हो जाएगा
तालिबानी हुकूमत आने के बाद से ही अफगानिस्तान अनिश्चितता के साये में है। लोगों के बीच किसी तरह वहां से बच निकलने की होड़ है। तालिबान ने अफगान सरकार की महिला कर्मचारियों को अगले आदेश तक घर पर ही रहने को कहा है। उसके प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद (Taliban Spokesperson Zabihullah Mujahid) ने कहा है कि तालिबान चाहता है कि सभी विदेशी बचाव अभियान 31 अगस्त से पूरे कर लिए जाएं। तालिबान की 31 अगस्त तक की डेडलाइन के बा
अफगानिस्तान पर भले ही तालिबान का कब्जा हो गया है, मगर तालिबान की चिंता की लकीरें अभी भी मिटीं India Friend Acting President Amrullah Saleh likely to become biggest threat for Taliban - International news today - Hindustan
अफगानिस्तान में तमाम उथलपुथल के बीच एक छोटी सी जगह ध्यान खींचती है। बाकी देश की तरह यहां कोई अफरातफरी नहीं है, कोई भाग नहीं रहा, किसी को छिपने पर मजबूर नहीं होना पड़ रहा, किसी को दरवाजे पर दस्तक से डर नहीं लगता. ये पंजशीर घाटी है, नॉर्दन अलॉयंस का गढ़ है।पंजशीर की अहमियत का अंदाजा इस बात से लगता है कि अफगानिस्तान के 34 प्रांतों में से एक यही हैजहां तालिबान का कब्जा नहीं है। कभी रहा
अफगानिस्तान के 34 प्रांतों में से 33 में तालिबान ने कब्जा जमा लिया है, लेकिन अब भी पंजशीर घाटी उसके Amrullah Saleh braveheart of Panjshir now challenging taliban to come know who is he - International news today - Hindustan